जैसा कि सभी जानते हैं कि एक रूपये तक की मुद्रा (Currency)/ सिक्के
/नोट भारत सरकार दवरा जारी किये जाते है। उससे अधिक राशि की मुद्रा / सिक्के/
नोट भारतीय रिजर्व रिज़र्व बैंक जारी करता है । इनमें
दो रूपये, पांच रूपये व् दस रूपये के सिक्के ( Coins) भी शामिल हैं।
यहां हम केवल दस रूपये के सिक्के जो इस
समय चार-पांच तरह के डिजाइन/प्रकार के चलन ( सर्कुलेशन) में
हैं, के बारे में बात करते हैं ।
1- माता
वैष्णों देवी वाला तस्वीर वाला सिक्का ।
2-
रिज़र्व बैंक की तस्वीर वाला सिक्का ।
3-
दस रूपये का वो सिक्का
जिसमें दस का अंक सिक्के के निचले बॉर्डर को छूता हुआ है तथा ऊपरी कोने /बॉर्डर पर लगभग 10 रेखाएं बनी है।
4- दस
रूपये का वो सिक्का जिसमें दस का अंक सिक्के के बीचों बीच बना है व् ऊपरी
कोने /बॉर्डर पर 15 रेखाएं बनी है।
यह सिक्के समय-समय पर
रिज़र्व बैंक दवरा जारी किये गए है परन्तु वतर्मान में केवल तीन नंबर वाला वो
सिक्का जिसमें दस का अंक सिक्के के निचले बॉर्डर को छूता हुआ है तथा ऊपरी कोने /बॉर्डर पर लगभग 10 रेखाएं
बनी है,ही मार्किट में चलता है। बाकी सिक्कों को नकली सिक्कों के रूप में जनता दवरा अस्वीकार कर दिया जाता है ।
रिज़र्व बैंक से अनुरोध है कि वह जनता के संदेह
को बैंकों व् संचार माध्यम से असली नकली सिक्कों के बारे में बताये ।
यदि सभी सिक्के असली है तो इन सभी सिक्कों को बैंकों को स्वीकार करने के
लिए बाध्य करे। ताकि गरीब को परेशान न होना पड़े।
अभी 1,2,4 नंबर पर वर्णित सिक्कों में
ग्रेशम के नियम का अपवाद लागू हो रहा है। कोई भी आम लोग सिक्को को स्वीकार
नहीं करता है। रिज़र्व बैंक को पोस्टरों, होर्डिंग आदि के माध्यम से जनता को नकली
व् असली सिक्कों का सच जनता को बताना चाहिए। क्या रिज़र्व बैंक व् केंद्र सरकार इस
दिशा में पहल कर जनता की परेशनी को दूर करने का प्रयत्न करने का प्रयास करेंगे ?ताकि 137 करोड़ की टीम इंडिया को मुद्रा स्फीति
की दौर में अतिरिक्त हानि उठाने से बचाया जा सके।