27.2.22

सुरक्षित ठिकानों की तलाश में पलायन करते ,भागते लोग


युद्ध ग्रस्त यूक्रेन में देश ,घर-बार  छोड़ सुरक्षित ठिकानों की  तलाश में  दूसरे  देशों में  सुरक्षित ठिकाने की  तलाश में भागते लोग  अपनी जान बचाने के लिए  पलायन कर रहें है।  लोगों के विचार में  इसके लिए  वहां का  गैर-अनुभवी ,जिद्दी  नेतृत्व  जिम्मेदार प्रतीत होता है  

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार  ,लगभग  4 करोड़   से कुछ अधिक  आबादी  वाले देश यूक्रेन भारत   विरोध  का हमेशा ही  झंडा बुलंद करता रहा।   

चाहे वह कश्मीर मसला हो , भारत के विरूद्ध  पाकिस्तान को हथियार  सप्लाई  हो।  विश्व मेंभारत   परमाणु परीक्षण  के विरुद्ध  प्रतिबंध लगाने की बात हो  या भारत के खिलाफ पाक  ऑपरेटेड  आतंकी  समूह की मदद  हो।  जैसे  अनेकों उदाहरण  है।  आज भले ही   यूक्रेन ने भारत के खिलाफ कार्य किया हो परन्तु वहां    बातचीत से हल  हो ,भारत में सभी इसी पक्ष में है। 

यदि देखा जाए तो   समय की मांग के अनुसार यदि   यूक्रेन  भगवान्  श्रीकृष्ण की तरह  रणछोड़दास की नीति अपना  लेता तो  वह रूस के कोपभाजन  से बच सकता था , परन्तु  वहां का  गैरअनुभवी  नेतृत्व  शुरू से ही  अनिर्णय की स्तिथि में रहा  , ऐसी कंफ़्यजन की स्तिथि में   उसे माया मिली न राम। परिणामस्वरूप   बड़ी हानि  उठानी पडी।  

खैर  जो भी हो इससे भारत के मजबूत नेतृत्व  को    देश में  आंतरिक व् बाहरी सुरक्षा  की  ओर  विशेष ध्यान देना होगा।  ताकि किसी भी कीमत पर  देश की सुरक्षा व्   क़ानून व्यवस्था के कारण  किसी एक भी व्यक्ति  को  पलायन  को मजबूर ना होना पड़े  

 आज जिस तरह से भारत में बाहरी व् आंतरिक  तत्वों  दवरा राज्यों की  सुरक्षा वयवस्था  को चुनौती दी जा रही है उससे तो एक बात साफ़ है कि  भले ही संविधान में क़ानून  वयवस्था  राज्यों का  विषय हो ,परन्तु  उसे केवल राज्यों के भरोसे  नहीं छोड़ा जा सकता।  केंद्र को  ऐसी स्तिथी में तुरंत कायर्वाही करनी चाहिए।   

सौभाग्य से इस बार  उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य के  चुनाव में , क़ानून  व्यवस्था  व्  पलायन  एक बड़ा मुदा  बन कर उभरा है। जहाँ इस तरह की चीजों से पहले की सरकारों  में लोगों  को गुजरना पड़ता था।  परतु  योगी  सरकार  ने  पहले इस्तेमाल  करों फिर विश्वास करों की तर्ज पर जनता को अपनी काम करने  का डेमों दे दिया है।  

अंत में यूक्रेन  की घटना से फिर एक बार यही सबक मिलता है कि   "जिस देश , राज्य , स्थान पर लोगों में जान माल को लेकर  असुरक्षा  होगी  ,वहां लोगों का पलायन अत्यधिक मात्रा में  होगा , यूक्रेन अफगानिस्तान , सीरिया   आदि  देश इसी श्रेणी में रखे जा सकते है। 

 

जय हिन्द , जय भारत 

 

 

 


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