केंद्रीय योजनाओं से बदलता
जीवन स्तर
इन दिनों गावों- शहरों में केंद्र
द्वारा चलायी जा
रही योजनाओं का प्रभाव साफ़ नजर आ रहा है। आइये केंद्र की उन
योजना पर नजर डाले जो गांव-शहर में जमीनी स्तर पर उतर रही है -( यह
अध्ययन अपने पैतृक गांव, उत्तरप्रदेश के कुछ गांव व्
आस पास के छोटे शहर आदि पर आधिरित
है) -
आएये सबसे पहले ग्रामीण क्षेत्रों में केंद्र द्वारा चलाई रही उन योजनाओं के बारे में जानें जिसने ग्रामीण जीवन स्तर व् वहां की जीवन शैली को बदल दिया है। जैसे -
1- LPG गैस कनेक्शन जो कभी शहरों तक
सीमित था , आज सभी
ग्रामीण ग्रहणी
के लिए भी उपलब्द्ध है।
2- गांव में स्वच्छ भारत
मिशन के तहत घर- घर शौचालय की सुविधा देने के लिए Rs..12000 के अनुदान दिया गया। आज लगभग सभी गावं ODF
-ओडीएफ प्लस( open-defecation
free ) है , अर्थात खुले में शौच से मुक्त है ।
3- गावं में निरंतर बिजली आपूर्ति ने ग्रामीण-शहरी जीवन के
अंतर् को कम कर
दिया है
4- गावों में “हर घर जल -हर
घर नल” योजना अब जमीन
पर उतरती नजर आ रही है। उत्तर प्रदेश , उत्तराखंड आदि के कुछ गावं में इस योजना पर
काम चल रहा है।
5- केंद्र की किसान
सम्मान निधि से भला कौन सा किसान परिचित न होगा , इस योजना का
बड़ी संख्या
में किसानों को लाभ
मिल रहा है
6- प्रधानमंत्री गरीब कल्याण
अन्न योजना (PMGKAY) के तहत राशन की
दुकानों में वितरित होने वाला अन्न से ग्रामीण व् शहरी लोग लाभान्वित हो रहें है
7- अभी हाल ही में केंद्र की राज्यों में 14500 “PM श्री” स्कूलों खोलने की घोषणा शिक्षा के क्षेत्र में एक
मील का पत्थर साबित होने की उम्मीद है
8 - गावों
में सर्वे के बाद प्रॉपर्टी स्वामित्व स्कीम के तहत घरौनी देने का
कार्य हुआ।
इसके
इलावा केंद की अन्य योजनाओं
में जो लोगों के जीवन स्तर को प्रभावित कर रहीं है -
बैंक के माध्यम से लागू प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY),
जनधन
खाते , डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर , आयुष्मान भारत योजना या प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, शहरी क्षेत्रों के गरीब लोगों के लिए पं म आवास योजना आदि-आदि ,
दिल्ली में भी केंद्र दवरा पालियामेंट में एक्ट पास कर अनधिकृत कालोनियों में रहने वाले लगभग 8 लाख घरों में लगभग 40 लाख रहने वाले लोगों को मालिकाना हक़ देने के लिए केंद्र की “ पीएम-उदय योजना (PM-Uday
Yojana)” भी इसी पहल व् जीवन स्तर
को ऊँचा
उठाने का प्रयास है।
यूं तो
"हरी
अनंत हरी कथा अनंता की तरह कहने-लिखने को बहुत कुछ है जिनका जिक्र फिर कभी ,
अंत में यही - आज केंद्र की
जमीन पर उतरती योजनाओं ने अरबों खरबों के विज्ञापनों में कागजी विकास की राजनीती
को फेल कर दिया है, सरकार के कार्यों की माउथ टू माउथ प्रशंसा हो रही है
जगह जगह पड़ते छापों व् उनमें बरामद अथाह काला धन , सम्पत्ति ने नोट बंदी की तरह लोगों के दिलों में मोदी सरकार का सम्मान को बढ़ा दिया है - आज एक हर जन सरकार में भरोसा जता यही गुनगुना रहा है -
“चाँद सी महबूबा हो मेरी कब ऐसा मैंने सोचा था , हाँ तुम
बिलकुल वैसी हो
जैसा मैंने सोचा था “
कुछ पाठक गण इस ब्लॉग को पढ़
मुझे अन्यथा ले सकते है परन्तु -
-चाहे मुझे कोई जंगली कहे , कहता है तो कहता रहे ! की तर्ज पर धन्यवाद
जय हिन्द , जय भारत