दिल्ली -मेरठ-मुजफ्फरनगर रेल शटल - इस रेल मार्ग पर रेल
यात्रियों की तेजी
से बढ़ोतरी हुई है ,
वर्तमान में चलने वाली सभी ट्रेनों में मारी-मारी की स्तिथि है।
यात्रियों का ट्रेनों में खड़े
होकर भी यात्रा करना
किसी सजा से कम नहीं ।
जैसा
कि विदित
ही है, मेरठ-मुजफ्फरनगर राष्टीय
राजधानी क्षेत्र में आते है, अतः इस रेल मार्ग पर भी “ फरीदाबाद-गाजियाबाद-अलीगढ़-दनकौर-शामली” की
तरह लोकल ट्रेन्स
MEMU / EMU को चलाये जाने
की आवश्यकता है।
वर्तमान
में फरीदाबाद -गजियाबाद् वाली लोकल
ट्रेनों को मेरठ-मुजफ्फरनगर तक विस्तार देकर यात्रियों को राहत दी जा
सकती है।
यात्रियों के लिए इससे
बड़ा मजाक क्या हो सकता है कि
दिल्ली से
मेरठ-मुज़फ्फरनगर के लिए सुबह के समय पहली
अनारक्षित सुपर फ़ास्ट
ट्रेन संख्या 20411
है जो 9.40 A.M
पर दिल्ली से चलती है , इससे
पहले इस मार्ग
के यात्रियों के लिए कोई अनारक्षित ट्रेन
नहीं है।कोरोना से
पूर्व दिल्ली
-कालका पैसेंजर
ट्रेन चलती थी जिसका संचालन अभी तक नहीं हो पाया है।
वर्तमान में रेल
यात्रियों की संख्या को देखते हुए , दिल्ली से वाया दिल्ली-शाहदरा सुबह 5 से 6 के
बीच एक एक्सप्रेस ट्रेन मेरठ-मुजफ्फरनगर
के बीच चलाई
जानी चाहिए।
वर्तमान में 19031 जो
दिल्ली से 5.05 am
पर चलती है , में
जनरल कोच की संख्या कम होने के कारण यात्री या तो स्टेशन पर खड़े रह जाते
है या फिर मजबूरन रिज़र्व
कोच में जुर्माना या कुछ ले देकर यात्रा करते है
इसी तरह शाम के समय लगभग 6 बजे मुजफ़्फ़रनगर
से दिल्ली के लिए ट्रेन की
आवश्यकता है। गाड़ी
संख्या 19032 जो
यहां
6.30 pm पर आती है सभी
ट्रेन यात्री भीड़
के कारण चढ़
नहीं पाते।
यूं तो रेल मदद के माध्यम से इस विषय को अनेकों बार
उठाया जा चुका है परन्तु हल अभी तक नहीं निकला है।
आशा है रेल प्रशासन इस ब्लॉग व् रेल मदद के माध्यम से उठाई
जाने वाली समस्या पर अवश्य ही कुछ कदम उठएगा ।
जय
हिन्द! जय भारत !